राम मंदिर ट्रस्ट में अपनी भूमिका को लेकर निर्मोही अखाड़े के संतों ने की पीएम के सचिव अजय कुमार भल्ला से मुलाक़ात


ग्वालियर। निर्मोही अखाड़े के संतों ने राम मंदिर के निर्माण एवं संचालन के लिए बनने जा रहे ट्रस्ट में अपनी भूमिका और प्रतिनिधित्व को लेकर गत दिवस दिल्ली में प्रधान मंत्री सचिव से चर्चा की और निर्मोही अखाड़े की सुप्रीम कोर्ट की मंशा के अनुरूप उचित प्रतिनिधित्व देने की मांग रखी। पीएम सचिव ने संतों को आश्वासन दिया है कि ट्रस्ट में सभी को समुचित स्थान दिया जाएगा। 


बताना मुनासिब होगा कि गत 20 जनवरी को बड़ी गंगादास जी की शाला ग्वालियर में हुई निर्मोही अखाड़े की बैठक में संत समाज ने ट्रस्ट में उचित प्रतिनिधित्व देने व निर्मोही अखाड़े की भूमिका को लेकर कई प्रस्ताव पास किए थे। इन्हीं प्रस्तावों को लेकर निर्मोही अखाड़े की और से  महंत राजरामचंद्राचार्य जी, पूरण बैराठी पीठाधीश्वर गंगादास जी की शाला के महंत स्वामी रामसेवकदास जी महाराज चित्रकूट के महंत नृसिंहदास जी महाराज वृंदावन से राजेंद्रदास जी गोवर्धन से दाँवन्तरिदास जी एवं निर्मोही अखाड़े के सलाहकार डॉ राज सिंह वैष्णव व कार्तिक चोपड़ा ने गत दिवस दिल्ली में पीएम सचिव से मुलाक़ात की और राम मंदिर निर्माण में सकारात्मक सहयोग पर चर्चा की। 
राम मंदिर निर्माण के लिए 9 फरवरी तक ट्रस्ट का गठन किया जाना है। सुप्रीम कोर्ट ने ट्रस्ट में निर्मोही अखाड़े को समुचित प्रतिनिधित्व दिए जाने के आदेश सरकार को दिए है। इसी क्रम में संतों ने मुलाक़ात कर ट्रस्ट में निर्मोही अखाड़े के संतों को समुचित प्रतिनिधित्व दिए जाने, मंदिर निर्माण औऱ उसके संचालन सहित भगवान राम के विग्रह में निर्मोही अखाड़े की भूमिका तय करने पर अपना पक्ष रखा। निर्मोही अखाड़े की और से महंत राजरामचंद्राचार्य जी व महंत स्वामी रामसेवकदास जी ने पीएम के सचिव से संतों की सुरक्षा व मंदिर में उनकी आवाजाही सुनिश्चत करने के साथ निर्मोही अखाड़े के सभी पंचों एवम सरपंचों को ट्रस्ट में शामिल किये जाने की अपनी मंशा स्पष्ट की। संतों को भरोसा दिलाया है कि ट्रस्ट में निर्मोही अखाड़े की भूमिका महत्वपूर्ण होगी और उसका पूरा सहयोग लिया जाएगा।